AI Vs Doctor- क्या आपने कभी सोचा है कि एक दिन आपका डॉक्टर कोई इंसान नहीं, बल्कि एक Artificial Intelligence (AI) होगा? यह सवाल आज हर किसी के मन में है, खासकर जब OpenAI के CEO सैम अल्टमैन (Sam Altman) ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा है कि ChatGPT जैसे AI मॉडल, अब कई इंसानी डॉक्टरों से बेहतर तरीके से बीमारियों का पता लगा सकते हैं। यह बात सुनकर कई लोग हैरान हैं, लेकिन क्या सच में ऐसा है? आइए जानते हैं इस दावे के पीछे की सच्चाई और इसका हमारे भविष्य पर क्या असर होगा।
अल्टमैन का दावा: AI vs Doctors Diagnosis
सैम अल्टमैन ने Washington D.C. में एक कॉन्फ्रेंस में कहा, “ChatGPT आज, ज़्यादातर समय, आपको बेहतर—यह एक बेहतर डायग्नोस्टिशियन है दुनिया के ज़्यादातर डॉक्टरों से।” उन्होंने AI की स्पीड और एक्यूरेसी को इसकी ख़ासियत बताया। यह बात सुनकर कई लोगों को लगा कि अब तो डॉक्टरों की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी, लेकिन कहानी इतनी सीधी नहीं है।
रिसर्च क्या कहती है: AI बनाम इंसान

Altman के दावों को कुछ हालिया स्टडीज़ भी सपोर्ट करती हैं। Harvard Medical School और Stanford University के रिसर्चर्स ने पाया कि OpenAI का लेटेस्ट “o1-preview” मॉडल एक स्टडी में 88.6% मामलों में सही डायग्नोसिस कर पाया, जबकि इंसानी डॉक्टर इसी तरह के scenarios में करीब 35% एक्यूरेसी पर थे। AI ने reasoning में भी कमाल किया और इंसानी clinicians से कहीं ज़्यादा मामलों में perfect scores हासिल किए।
तो फिर हम डॉक्टर के पास क्यों जाते हैं?
इतनी ज़बरदस्त AI टेक्नोलॉजी के बावजूद, लोग अब भी इंसानी डॉक्टरों पर ही भरोसा करते हैं। खुद Altman भी मानते हैं, “फिर भी लोग डॉक्टर के पास जाते हैं, और मैं ऐसा नहीं हूँ कि शायद मैं यहाँ एक डायनासोर हूँ, लेकिन मैं सच में अपनी मेडिकल fate को ChatGPT पर बिना किसी इंसान डॉक्टर के entrust नहीं करना चाहता।” इसकी कई वजहें हैं:
- Human Touch और Empathy: AI चाहे कितना भी स्मार्ट हो जाए, वह इंसानी भावनाओं को नहीं समझ सकता। डॉक्टर की empathy, उनका reassurance और personal relationship मरीजों के लिए बहुत ज़रूरी है।
- Physical Examination: कई बीमारियों का पता लगाने के लिए physical examination की ज़रूरत होती है, जो AI नहीं कर सकता।
- Trust और Uncertainty Management: मुश्किल समय में, मरीज को डॉक्टर पर भरोसा होता है। बीमारी की uncertainty को मैनेज करने में इंसान डॉक्टर ज़्यादा सक्षम होते हैं।
AI कैसे बन रहा है डॉक्टरों का साथी?
आज AI को doctors का replacement नहीं, बल्कि उनका partner बनाया जा रहा है। Kenya में OpenAI के एक पायलट प्रोग्राम में देखा गया कि जब डॉक्टरों ने “AI Consult” का इस्तेमाल किया, तो उन्होंने 16% कम diagnostic errors किए। यहाँ AI ने decision-support tool की तरह काम किया, न कि अकेले फैसला लेने वाले के तौर पर।
AI की सीमाएं और चुनौतियां
AI अभी भी कई चुनौतियों का सामना करता है:
- Controlled Scenarios: ज़्यादातर AI स्टडीज़ controlled settings में होती हैं, जो असली दुनिया से अलग होती हैं।
- Probabilistic Reasoning: AI probabilistic reasoning और triage decisions में इंसानी डॉक्टरों जितना माहिर नहीं है।
- Ethical और Legal Frameworks: AI in healthcare के लिए अभी तक मज़बूत regulatory और ethical frameworks नहीं बने हैं।
भविष्य की राह: AI और इंसानी साझेदारी
विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य AI और इंसानों की साझेदारी में है। AI diagnostics में मदद करेगा और healthcare को ज़्यादा accessible बनाएगा, खासकर उन जगहों पर जहाँ डॉक्टरों की कमी है। लेकिन empathy, contextual judgment और trust जैसे पहलुओं के लिए इंसानी डॉक्टरों की ज़रूरत हमेशा रहेगी। यह AI और clinicians के बीच एक evolving relationship है, जहाँ AI support करेगा, replace नहीं।
डिस्क्लेमर: यह लेख OpenAI CEO सैम अल्टमैन के बयानों और मौजूदा रिसर्च पर आधारित है। मेडिकल सलाह के लिए हमेशा योग्य डॉक्टर से संपर्क करें।